बिहार के सीवान जिले के सुदूर ग्रामीण इलाके में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जीविका के द्वारा गोरियाकोठी में सामुदायिक पुस्तकालय सह करियर विकास केंद्र की शुरुआत की गई है. यहां भौतिक व डिजिटल पुस्तकालय की सेवाओं के माध्यम से उपयोगी पुस्तकें दैनिक समाचार पत्र, समसामयिकी व गुणवत्तापूर्ण डिजिटल लर्निग सामग्रियों की उपलब्धता सहित पुस्तकालय में स्वाध्याय अनुकूल शैक्षणिक वातावरण व पठन-पाठन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है.
पुस्तकायल में डिजीटल व भौतिक क्लास रूम के माध्यम से विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों व विश्विद्यालय के पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी मार्गदर्शन दिया जाएगा. सामुदायिक पुस्तकालय का रखरखाव तीन सदस्यीय शिक्षा उप समिति करेगी.
पुस्तकालय के लिए जिले के 4 प्रखंड नामित
सीवान के जिला परियोजना प्रबंधक राकेश कुमार ने बताया कि जीविका द्वारा सामुदायिक पुस्तकालय सह करियर विकास केंद्र का संचालन बिहार सरकार की एक अभिनव, बहुउद्देश्यीय व महत्वकांक्षी पहल है. इसके तहत सीवान जिले में कुल चार प्रखंडों को नामित किया गया है. जिसमें गोरेयाकोठी, बसंतपुर, जीरादेई एवं दरौंधा शामिल है. वहीं सामुदायिक पुस्तकालय के माध्यम से विभिन्न शैक्षणिक, उद्यमिता व कैरियर समाधान सेवाओं तक पहुंच सुगमतापूर्वक व समावेशित रूप में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत करने वाले समुदाय से जुड़े इच्छुक परिवारों के शिक्षार्थियों को विशेष कर लड़कियों को प्रथम पीढ़ी के अध्येताओं तक सुनिश्चित करने का लक्ष्य परिकल्पित है.
आय के स्रोतों को बढ़ाने के लिए होगी वर्कशॉप
सामाजिक विकास के जिला प्रबंधक आलोक मिश्रा ने बताया कि कि ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए सुव्यवस्थित करियर कॉउंसलिंग एवं मॉनिटरिंग कार्यक्रम भी समय-समय पर आयोजित किए जाते रहेंगे. विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध शैक्षणिक व करियर उद्यमिता संबंधी सूचनाओं व अवसरों का अभिवावकों एवं शिक्षार्थियों को जागरूकता उत्प्रेरण व अभिगम्यता सुनिश्चित करने के लिए सामुदायिक पुस्तकालय एक बेहतर मंच भी उपलब्ध करवाने में नि:संदेह सहायक सिद्ध होगा. आय सृजन के स्रोतों को बढ़ाने के लिए कार्यशाला व लघु प्रशिक्षण कोर्स का संचालन भी किया जाएगा.
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